ब्लास्ट स्लैम III के अनोखे फॉर्मेट पर कोलैप्स का विचार

टीम स्पिरिट के ऑफलेनर मागोमेड `कोलैप्स` खलीलोव ने डोटा 2 के ब्लास्ट स्लैम III टूर्नामेंट के असामान्य फॉर्मेट पर चर्चा की। यूट्यूब पर टीम के व्लॉग में उन्होंने यह भी बताया कि इस टूर्नामेंट से पहले टीम ने ड्राफ्ट पर काम करने को प्राथमिकता दी थी।

“हाँ, ड्राफ्ट पर काम करना, बस। यही चाहिए। यह सबसे ज़रूरी है। मुझे लगता है कि सबकी इंडिविजुअल फॉर्म सामान्य है।”

कोलैप्स ने कहा कि ब्लास्ट स्लैम III का फॉर्मेट उन्हें दिलचस्प लगा, लेकिन बाकी मामलों में उनके लिए यह टूर्नामेंट दूसरों से अलग नहीं था।

“एक दिन में सीधे पांच बो1 मैच एक नया अनुभव है। ईमानदारी से कहूं तो मैं थोड़ा खुश हूं, लेकिन यह बहुत मुश्किल है।”

“यह टूर्नामेंट तो टूर्नामेंट जैसा ही है। कसम से, कहने को कुछ नहीं है। मैं एक टूर्नामेंट से दूसरे में जाता हूं, खेलता हूं, और असल में बहुत कुछ नहीं बदलता – सिवाय इस नई प्रणाली के। लेकिन मैं उन्हीं टीमों के साथ खेल रहा हूं।”

टीम स्पिरिट ब्लास्ट स्लैम III के ग्रुप ए में आखिरी स्थान पर रही और प्लेऑफ में पहले राउंड से शुरू हुई। इसके बाद मिपोश्का की टीम ने टीम लिक्विड और पीएआरविजन को हराया। क्वार्टरफाइनल में यह टीम टीम टाइडबाउंड से भिड़ेगी।

By ऋतिका चंद्रमोहन

मुंबई की ऋतिका चंद्रमोहन ने खेल पत्रकारिता में 6 साल बिताए हैं। ओलंपिक खेलों में विशेषज्ञता रखती हैं और हॉकी की विशेषज्ञ हैं। एशिया की बड़ी खेल घटनाओं से गहन विश्लेषणात्मक लेखों और रिपोर्टों के लिए जानी जाती हैं।

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